क्या होता है कोरोना वायरस ( What Is coronavirus )


कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है,कोरोना वायरस वायरस का एक बड़ा समूह है जो जानवरों में आम है। यह SARS वायरस से संबंधित है। सार्स (SARS) वायरस परिवार का एक नया सदस्य कोरोना वायरस है.गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम, जिसे सार्स (Severe Acute Respiratory Syndrome या SARS) के रूप में भी जाना जाता है, एक अन्य किस्म का कोरोना वायरस है जो अधिक गंभीर लक्षण पैदा कर सकता है। 

इस महामारी के लिए जिम्मेदार विषाणु को नॉवेल कोरोना वायरस या nCoV का नाम दिया गया है. मालूम पड़ता है कि ये कोरोना परिवार की एक नई नस्ल है जिसकी पहचान अभी तक इंसानों में नहीं हो पाई थी.

आमतौर पर ये वायरस जानवरों को संक्रमित करते हैं।  जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है ।

2014 के एक अध्ययन से पता चला है कि गर्भवती महिलाओं में, MERS और SARS या कोरोना वायरस का अधिक गंभीर असर हो सकता है।

जब तक इस नए कोरोना वायरस की पहचान नहीं हुई, तब तक मनुष्यों को संक्रमित करने के लिए केवल छह अलग-अलग कोरोना वायरस थे। इनमें से चार एक हल्के आम सर्दी की बीमारी का कारण बनते थे। 

इस वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं है। न तो कोरोना वायरस ( CoV ) की कोई वैक्सीन बनी है और न ही 2019-nCoV की। एंटीबायोटिक दवाएं वायरस से नहीं लड़तीं, इसलिए इनका उपयोग व्यर्थ है। इस वायरस के इलाज के लिए वैक्सीन बनाने का काम वैज्ञानिक कर रहे हैं।

सबसे पहले कोरोना वायरस 1960 में सामने आया था। लेकिन यह कोई नहीं जानता किय कहां से आया है। यह वायरस जानवरों और इंसान दोनों को संक्रमित कर सकता है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि पूरे एशिया में फैलने वाला घातक नया वायरस जितना समझा गया था उससे कहीं ज़्यादा संक्रामक है। जो भी व्यक्ति इस वायरस की चपेट में आ चुका है वह इसे सिर्फ एक साधारण खांसी या छींक के साथ फैला सकता है। 

ये एक RNA वायरस है, जिसका मतलब ये है कि यह एक शरीर के अंदर कोशिकाओं में टूट जाता है और उनका उपयोग खुद को पुन: उत्पन्न करने के लिए करता है।

   कोरोना वायरस के लक्षण (Symptoms of  coronavirus ) कैसे पहचाने जा सकते हैं ? Novel coronavirus: what are the symptoms?

इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं. यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है.

अगर कोरोना वायरस इंफेक्शन आपके सांस की नली और फेफड़ों तक पहुंच गया है तो यह निमोनिया का कारण बन सकता है। खास उन लोगों में जो बूढ़ें है और जिन्हें दिल की बीमारी है या फिर जिनका प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर है।  इससे बचने के लिए किसी बीमार, जुकाम, निमोनिया से ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। फेस मास्क पहनें। अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं या फिर मास्क लगा लें, कम से कम N95 या N99 क्योंकि इस खतरनाक बीमारी को नॉर्मल मास्क कवर नहीं कर सकता है
what is coronavirus in hindi ? symptoms of coronavirus,कोरोना वायरस क्या है?

What is Coronavirus in Hindi ?



कहां से आया कोरोना वायरस? what is the Origion of Coronavirus ?

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार, यह वाइरस सी-फूड से जुड़ा है और इसकी शुरुआत चाइना के हुवेई प्रांत के वुहान शहर के एक सी-फूड बाज़ार से ही हुई मानी जा रही है। रिपोर्टों में कहा गया है कि यह घातक वायरस जानवरों से मनुष्यों के लिए अपना रास्ता बनाता है।वुहान से शुरू हुई इस महामारी के लिए जिम्मेदार विषाणु को नॉवेल कोरोना वायरस या nCoV का नाम दिया गया है.  


कोरोना वायरस के प्रसार के कारण वुहान समेत पांच शहरों में आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई है. इनमें हुआंगगांग, इझोऊ, झिजियांग और कियानजियांग शहर शामिल हैं. इन पांचों शहरों में सभी तरह के सार्वजनिक परिवहन पर रोक लगा दी गई है । इसके बाद इससे पीड़ित मरीज थाईलैंड, सिंगापुर, जापान में भी मिल रहे हैं। 

कोरोनावायरस और बिल्ली, कुत्ते और अन्य जानवर

पालतू जानवर कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। 2011 के अध्ययन के अनुसार, बिल्लियों में संक्रामक पेरिटोनिटिस हो सकता है और एक पैंट्रोपिक कैनाइन कोरोना वायरस बिल्लियों और कुत्तों को संक्रमित कर सकता है

कोरोना वायरस के संक्रमण का उपचार- Coronavirus Symptoms, Diagnosis and Treatment.



इसका कोई विशिष्ट उपचार नहीं है। ज्यादातर समय, लक्षण अपने आप ही चले जाएंगे।

डॉक्टर दर्द या बुखार की दवा से लक्षणों में राहत दे सकते हैं। कमरे में ह्यूमिडिफायर या गर्म पानी से नहाना गले में खराश या खांसी के साथ मदद कर सकता है। मरीजों को सलाह दी जाती है कि खूब सारे तरल पदार्थ पिएं, आराम करें और जितना हो सके सोएं। यदि लक्षण आम सर्दी से बदतर महसूस होते हैं, तो अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

कोरोना वायरसः इंफ़ेक्शन से बचने के लिए क्या करें ?


जितना संभव हो सके किसी भी देश की यात्रा करने के दौरान मीट खाने से बचें और कच्चा या अधपका मीट तो बिल्कुल भी ना खाएं।

आप बीमार लोगों से दूरी रह कर संक्रमण के अपने जोखिम को कम कर सकते हैं। कोरोनावायरस सांस के जरिए फैलता है और इससे 'वायरल म्यूटेशन' होने या वायरस के ज्‍यादा फैलने की संभावना बनती है.

जो लोग कोल्ड और फीवर जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं, सतर्कता बरतते हुए वे यात्रा करने से बचें। अगर यात्रा करनी ही पड़े मास्क पहनें और खाने-पीने से संबंधी सावधानियां जरूर बरतें।

अगर किसी को जुकाम, खासी, फीवर, नाक बहना जैसी दिक्कतें हैं तो ऐसे यात्रियों से दूरी बनाकर रखें। यदि आप बीमार हैं, तो घर पर रहें और भीड़ से बचें व दूसरों से संपर्क न करें।

अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचने की कोशिश करें। अपने हाथों को अक्सर साबुन और पानी से अच्छी तरह कम से कम 20 सेकंड तक धोएं।







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